शफी इनामदार को उनकी 78वीं जयंती, 13 मार्च पर याद करते हुए

 
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बॉलीवुड में बेहतरीन किरदार निभाने वाले शफी इनामदार का निधन 13 मार्च 1996 को हुआ था। वह फिल्म इंडस्ट्री के उन गिने-चुने अभिनेताओं में से एक रहे हैं जिन्होंने कभी मुख्य किरदार नहीं निभाया लेकिन साइड रोल निभाकर खूब लोकप्रियता हासिल की। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में करीब दो दशक तक काम किया और फिल्मों के अलावा वह टीवी इंडस्ट्री में भी नजर आ चुके हैं।

शफी इनामदार ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म विजेता से की और इसे अर्ध सत्य में जारी रखा। उन्होंने ये जो है जिंदगी सहित कई टेलीविजन धारावाहिकों में अभिनय किया। शफी ने अभिनेत्री भक्ति बर्वे से शादी की। 13 मार्च 1996 को उनका निधन हो गया।


शफी की सबसे उल्लेखनीय फिल्म भूमिकाओं में आज की आवाज में इंस्पेक्टर, आवाम (फिल्म) में खलनायक और नजराना, अनोखा रिश्ता और अमृत जैसी फिल्मों में नायक के दोस्त शामिल हैं। उनकी कुछ अन्य फिल्में कुदरत का कानून, जुर्म, सदा सुहागन और लव 86 हैं, सभी सफल फिल्में हैं।

शफी इनामदार को एक शानदार अभिनेता के रूप में जरूर याद किया जाता है और आज भी वह लाखों दिलों में बसते हैं. आप सभी ने उन्हें अधिकतर सपोर्टिंग रोल में देखा होगा जो उन्होंने बखूबी निभाए. उस जमाने में उनकी एक्टिंग और डायलॉग डिलीवरी इतनी खूबसूरत हुआ करती थी कि छोटे-छोटे सीन में भी वह लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचने में आगे निकल जाते थे. उन्होंने जुर्म, इज्जतदार, फूल भरे अंगारे, क्रांतिवीर, यशवंत, अकेले हम अकेले तुम जैसी फिल्मों में काम किया और उन्होंने यशवंत फिल्म में नाना पाटेकर के साथ काम किया और यह फिल्म उनके करियर की आखिरी फिल्म साबित हुई।

इतना ही नहीं छोटे पर्दे की बात करें तो ये जो है जिंदगी नाम के टीवी प्रोग्राम में उन्होंने मुख्य किरदार निभाया था. उस समय उनका शो काफी हिट हुआ था और इसके अलावा वह गुलजार के सीरियल गालिब में भी अहम भूमिका निभाते नजर आए थे. आपको बता दें कि 13 मार्च 1996 को 50 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।